वित्तमंत्री अरूण जेटली ने आज गुड़गांव में वैश्विक निवेशक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा को निवेशकों का सबसे पंसदीदा राज्य बनने के लिए काम करना होगा। आज से शुरू हुए दो दिन के इस सम्मेलन में श्री जेटली ने कहा कि निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सुधार अपनाने का यह उचित समय है। उन्होंने कहा कि यदि निर्णय लेने में देरी होती है तो निवेश पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
हमें निवेश की जरूरत है, क्योंकि वहीं से आर्थिक गतिविधि शुरू होती है। इससे नौकरियां पैदा होती हैं और निवेशकों को मुनाफा मिलता है। समय के साथ-साथ इससे राज्यों को आमदनी होगी और वे अपने अपने यहां बेहतर बुनियादी ढांचागत सुविधाओं का निमार्ण कर सकेंगे।
श्री जेटली ने कहा कि वैश्विक मंदी के बावजूद भारत अच्छी वृद्धि दर बनाये रखने में सफल रहा है। श्री जेटली ने कहा कि आर्थिक वृद्धि, बड़े बाजार और व्यापक मानव संसाधन की वजह से पूरी दुनिया के निवेशक भारत में निवेश करने के इच्छुक हैं।
शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडु ने देश के शहरों में परिवर्तन के लिए निवेशकों से केन्द्र और राज्य सरकार से सहयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत को बदलना चाहते हैं। श्री नायडु ने आश्वासन दिया कि रियल एस्टेट विधेयक संसद के मौजूदा बजट सत्र में पारित हो जायेगा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी मिशन में हरियाणा के दो शहरों को चुना गया है और गुड़गांव के नाम पर भी विचार किया जा रहा है।
रेलमंत्री सुरेश प्रभु, और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। राज्य सरकार ने भारतीय उद्योग परिसंघ के साथ मिलकर इस सम्मेलन का आयोजन किया है। चीन, चेक गणराज्य, जापान, मालावी, मॉरिशस, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया, पेरू, पोलैंड, स्पेन, ब्रिटेन और ट्यूनिशिया इसमें भागीदार देश हैं।