AMN / कैलिफॉर्निया
अमेरिका दौरे पर गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बर्क्ली यूनिवर्सिटी में तालियों की गढ़ गड़ाहट बीच स्टूडेंट्स को संबोधित किया। यहां उन्होंने भारत की ताकत के बारे में बताया। देश के विकास को लेकर अपना विजन रखा, साथ ही मौजूदा मोदी सरकार पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में सांप्रदायिक और ध्रुवीकरण करने वाली ताकतें सिर उठा रही हैं।
राहुल ने कहा कि देश ने बीते 70 साल में जितनी तरक्की हासिल की है, उसकी विकास की रफ्तार को भारत में सिर उठा रहे ध्रुवीकरण, नफरत की राजनीति मंद कर सकते हैं। राहुल ने कहा कि लिबरल जर्नलिस्ट्स की हत्या की जा रही है, दलितों को पीटा जा रहा है, मुस्लिमों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। राहुल ने कहा, ‘अहिंसा का आइडिया आज खतरे में है। यही विचार है, जो मानवता को आगे ले जा सकता है। नफरत, गुस्सा और हिंसा हमें बर्बाद कर सकता है। ध्रुवीकरण की राजनीति बेहद खतरनाक है।’
राहुल ने कहा कि अहिंसा ही वह रास्ता है जो भारत में रहने वाले इतने सारे लोगों को एकसाथ बढ़ने का मौका देता है। उन्होंने अपनी दादी इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए कहा जब इंदिरा गांधी से पूछा गया था कि भारत ‘लेफ्ट जाएगा या फिर राइट’ तो उन्होंने कहा था कि भारत सीधा खड़ा होगा और बढ़ेगा। राहुल ने आगे कहा कि इतिहास में कोई देश ऐसा नहीं रहा है जिसने भारत के मुकाबले लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला हो।
नोटबंदी की निंदा
राहुल ने नोटबंदी के फैसले की जमकर निंदा की। उन्होंन ने कहा कि नोटबंदी और जल्दबाजी में जीएसटी लागू करने से देश की अर्थव्यवस्था का पटरी से उतरने का खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी लागू करने के लिए चीफ इकनॉमिक एडवाइजर या संसद तक की राय लेनी जरूरी नहीं समझी गई। राहुल के मुताबिक, नोटबंदी की वजह से जीडीपी में दो पर्सेंट की गिरावट आई। भारत में न तो नई नौकरियां बिलकुल पैदा हो रही हैं, और न ही आर्थिक विकास रफ्तार पकड़ पा रहा है। वहीं, अर्थव्यवस्था को लेकर किए गए कुछ गलत फैसलों की वजह से किसानों की आत्महत्या की रफ्तार में बेतहाशा इजाफा हुआ है। राहुल ने चेतावनी दी कि हाल में सरकार की ओर से लिए गए आर्थिक फैसलों से पूरी की पूरी अर्थव्यवस्था के पटरी से उतर जाने का खतरा है।
वंशवाद अधिकांश पार्टियों की समस्या
उन्होंने कहा, ‘वास्तव में भारत में अधिकांश पार्टियों के अंदर यह समस्या है। इसलिए हम पर ही मत जाइए। अखिलेश यादव डायनेस्ट (सत्ताधारी परिवारों के वंशज) , स्टालिन भी डायनेस्ट हैं। धूमल के बेटे डायनेस्ट हैं। यहां तक कि अभिषेक बच्चन भी डायनेस्ट हैं… भारत इस तरह से चल रहा है। इसलिए मेरा मतलब है… मुझ पर मत जाए… पूरा देश ऐसे चल रहा है। अंबानी अपना बिजनस चला रहे हैं और इन्फोसिस में भी यही चल रहा है… तो भारत में यह चल रहा है। मैं कांग्रेस पार्टी में बदलाव चाहता हूं। अगर आप कांग्रेस पार्टी में देखें तो ऐसे बड़ी संख्या में लोग हैं, जो वंशवाद की देन नहीं हैं। कुछ ऐसे भी लोग हैं, जिनके पिता, दादा, दादी या परदादा राजनीति में रहे हैं। वे भी हैं। मैं इस बारे में कुछ कर नहीं सकता हूं।’ राहुल ने कहा कि असली सवाल यह है कि जो शख्स है, क्या वह सक्षम है? क्या वह संवेदनशील है?
सिखों के साथ: राहुल
राहुल ने स्टूडेंट्स के सवालों का जवाब भी दिया। सिखों के साथ हिंसा को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनकी दादी सिखों से बेहद प्यार करती थीं और एक वक्त उनके घर में काफी सिख थे। राहुल ने कहा कि उन्होंने हिंसा की वजह से ही अपनी दादी और बाद में पिता को खोया है। ऐसे में अगर वह हिंसा के प्रभाव को नहीं समझेंगे तो कोई और क्या समझेगा? उन्होंने कहा कि वह लोगों को न्याय दिलाने और हिंसा के विरोध के लिए हमेशा खड़े हैं।
बीजेपी की सोशल मीडिया विंग पर निशाना
राहुल गांधी ने बीजेपी की सोशल मीडिया विंग पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी की एक मशीनरी है, जहां 1000 लोग कम्प्यूटर्स पर बैठे हैं और आपको मेरे बारे में बताएंगे। गजब की मशीनरी है। वह मेरे बारे में अपमानजनक बातें फैलाते हैं। यह ऑपरेशन वह महानुभाव चलाते हैं, जो देश चला रहे हैं।’ राहुल ने यह भी बताया कि वह पर्दे के पीछे 9 साल तक पीएम मनमोहन सिंह, पी चिदंबरम, जयराम रमेश और अन्य नेताओं के साथ कश्मीर मुद्दे पर काम करते रहे। राहुल के मुताबिक, जब उन्होंने शुरुआत की तो कश्मीर में आतंकवाद पसरा पड़ा था, लेकिन जब उन्होंने काम पूरा किया तो शांति कायम हुई। उन्होंने आतंकवाद की कमर तोड़ दी।
घाटी में बढ़ते आतंकवाद के लिए राहुल ने मोदी को जिम्मेदार ठहराया। राहुल ने कहा, ‘पीडीपी राजनीति में युवाओं को लाने के मामले में आगे रही है, लेकिन जिस दिन से पीएम मोदी ने पीडीपी से गठबंधन किया, उन्होंने पार्टी को तबाह कर दिया।’ राहुल ने आगे कहा, ‘उन्होंने (पीएम मोदी ने) घाटी में आतंकियों के लिए जगह फिर से पैदा कर दी। आप घाटी में बढ़ती हिंसा देख सकते हैं।
हालांकि राहुल ने मोदी की तारीफ करते हुए पीएम को खुद से बेहतर कम्यूनिकेटर बताया।
प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने के लिए तैयार हूं
जब राहुल गांधी से पूछा गया कि वह कांग्रेस पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री पद का चेहरा होंगे? इसपर राहुल ने कहा हां मैं तैयार हूं, पार्टी में यह तय करने के लिए एक प्रक्रिया है जो कि जारी है। पार्टी मिलकर इसपर फैसला लेगी।
राहुल गांधी से जब पूछा गया कि क्या आप अपनी मां सोनिया गांधी की जगह पार्टी की कमान संभालने के लिए तैयार हैं? इस पर उन्होंने कहा कि हां मैं पूरी तरह से तैयार हूं।
राहुल ने कहा कि 2019 होने वाले आम चुनावों में नरेंद्र मोदी के खिलाफ मेरे लड़ने का फैसला कांग्रेस पार्टी करेगी। उन्होंने कहा कि मेरा चुनाव लड़ने का फैसला निष्पक्ष होगा, यह फैसला पार्टी को करना है।
राहुल ने कहा कि भारत को चीन से अलग चलकर एक लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोगों के लिए नौकरी के अवसर पैदा करने होंगे। मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस सरकार नीतियों और आगे के प्लान के बारे में बात करती है थोपती नहीं है।
राहुल ने माना कि 2012 में कांग्रेस पार्टी में थोड़ा घमंड आ गया था और उन्होंने लोगों से बातचीत बंद कर दी थी।